Thursday, August 12, 2010

तीन वर्गों में जनता का बटवारा

में समझता हूं क़ि देश पर राज करने वालों ने सोची समझी रणनिटीके तहत देश क़ी जनता का तीन वर्गों में विभाजन कर दिया है। पहला १०%तबका वह है जो सरकारी सुविधावों का भरपूर आनंद ले रहा है दूसरा तबका जो ३५%है वह कर्ज में इतना फंस गया है क़ी हमेशा कोई भी सरकार आये गलियां देता है गाल बजाता है पर वोट नहीं देता। ओर तीसरा तबका वह है जो पुरातन गुलाम है उसे नहीं मालूम कि देश में लोकतत्र है इनकी तादाद ५५% है जहाँ जनता यही नहीं जानती कि ये लोकतान्त्रिक देश है हम कैसे कह सकते हैं कि हम सबसे बड़े लोकतंत्र के प्रहरी हैं। जब तक जनता ये तय नहीं कर लेतीकि हमें किसे सत्ता में बैठाना है तब तक ये १०%लोग इस देश पर राज करते रहेंगे ,इनमे इन ३५%लोगों को उन ५५%लोगों के पास जाना होगा इमानदार शिक्षित युवा को सामने लाना होगा उसे जिताना होगा तभी ये लोकतांत्रिक पद्धति सफल होगी।

1 comment: